शाम को तेरा हँस कर मिलना By Sher << तेरा नाम लिखती हैं उँगलिय... लड़कियाँ माओं जैसे मुक़द्... >> शाम को तेरा हँस कर मिलना दिन भर की उजरत होती है Share on: