शराब लाओ कबाब लाओ हमारे दिल को न अब घटाओ By Sher << तितलियाँ पकड़ने में दूर त... गोशे आँचल के तिरे सीने पर >> शराब लाओ कबाब लाओ हमारे दिल को न अब घटाओ शुरूअ दूद-ए-क़दह हो जल्दी कि सर पे अब्र-ए-बहार आया Share on: