शायद अपना ही तआक़ुब है मुझे सदियों से By Sher << टकरा के सर को अपना लहू आप... सर पे तूफ़ान भी है सामने ... >> शायद अपना ही तआक़ुब है मुझे सदियों से शायद अपना ही तसव्वुर लिए जाता है मुझे Share on: