शायद मिरी निगाह में कोई शिगाफ़ था By Sher << उसी की बात लिखी चाहे कम ल... ख़त्म हो जाएँ जिन्हें देख... >> शायद मिरी निगाह में कोई शिगाफ़ था वर्ना उदास रात का चेहरा तो साफ़ था Share on: