सिदक़-ओ-सफ़ा-ए-क़ल्ब से महरूम है हयात By Sher << ये भी नया सितम है हिना तो... खाते हैं अंगूर पीते हैं श... >> सिदक़-ओ-सफ़ा-ए-क़ल्ब से महरूम है हयात करते हैं बंदगी भी जहन्नम के डर से हम Share on: