सिंदूर उस की माँग में देता है यूँ बहार By Sher << सितम वो तुम ने किए भूले ह... सैद ख़ाइफ़ वो हों इस सैद-... >> सिंदूर उस की माँग में देता है यूँ बहार जैसे धनक निकलती है अब्र-ए-सियाह में Share on: