सुब्ह के शहर में इक शोर है शादाबी का By Sher << पहले उस ने मुझे चुनवा दिय... कैसे कह दूँ कि मुलाक़ात न... >> सुब्ह के शहर में इक शोर है शादाबी का गिल-ए-दीवार, ज़रा बोसा-नुमा हो जाना Share on: