सुख की ज़मीं बसीत नहीं है तो क्या हुआ By Sher << हम अपने जलते हुए घर को कै... ज़ेहन के ख़ानों में जाने ... >> सुख की ज़मीं बसीत नहीं है तो क्या हुआ दुख तो मिरा विशाल है आकाश की तरह Share on: