सुन तो लिया किसी नार की ख़ातिर काटा कोह निकाली नहर By Sher << सिर्फ़ मेहनत क्या है '... अदा अदा तिरी मौज-ए-शराब ह... >> सुन तो लिया किसी नार की ख़ातिर काटा कोह निकाली नहर एक ज़रा से क़िस्से को अब देते क्यूँ हो तूल मियाँ Share on: