सूरज चढ़ा तो फिर भी वही लोग ज़द में थे By Sher << दुनिया ने किस का राह-ए-फ़... खिलौनों के लिए बच्चे अभी ... >> सूरज चढ़ा तो फिर भी वही लोग ज़द में थे शब भर जो इंतिज़ार-ए-सहर देखते रहे Share on: