नहीं है रहना उसे भी बहार में 'ताहिर' By Sher << आप के दुश्मन रहें वक़्फ़-... एक लड़का शहर की रौनक़ में... >> नहीं है रहना उसे भी बहार में 'ताहिर' मुझे भी मौसम-ए-शादाब से निकलना है Share on: