ताक लागी तिरी दुख़्तर से हमारी ऐ ताक By Sher << ज़ख़्म बिगड़े तो बदन काट ... करे जो हर क़दम पर एक नाला >> ताक लागी तिरी दुख़्तर से हमारी ऐ ताक आज शब जी में है घर तेरे ये दामाद रहे Share on: