तअल्लुक़ात में गहराइयाँ तो अच्छी हैं By Sher << तुम्हें फ़ुर्सत हो दुनिया... प्यासो रहो न दश्त में बार... >> तअल्लुक़ात में गहराइयाँ तो अच्छी हैं किसी से इतनी मगर क़ुर्बतें भी ठीक नहीं Share on: