तमन्ना दर्द-ए-दिल की हो तो कर ख़िदमत फ़क़ीरों की By Sher << मैं ने दिन रात ख़ुदा से य... मोहब्बत अब नहीं होगी ये क... >> तमन्ना दर्द-ए-दिल की हो तो कर ख़िदमत फ़क़ीरों की नहीं मिलता ये गौहर बादशाहों के ख़ज़ीनों में serve mendicants if you desire empathy to gain treasuries of emperors do not this wealth contain Share on: