तन्हाई में आ जाती हैं हूरें मिरे घर में By Sher << मुद्दत हुई पलक से पलक आश्... काम उस से आ पड़ा है कि जि... >> तन्हाई में आ जाती हैं हूरें मिरे घर में चमकाते हैं मस्जिद के दर-ओ-बाम फ़रिश्ते Share on: