तंहाई का इक और मज़ा लूट रहा हूँ By Sher << किस से जा कर माँगिये दर्द... ये भी इक रंग है शायद मिरी... >> तंहाई का इक और मज़ा लूट रहा हूँ मेहमान मिरे घर में बहुत आए हुए हैं Share on: