तन्हाई मिली मुझ को ज़रूरत से ज़ियादा By Sher << आप में गुम हैं मगर सब कि ... माएँ दरवाज़ों पर हैं >> तन्हाई मिली मुझ को ज़रूरत से ज़ियादा पढ़ती हैं किताबें मुझे वहशत से ज़ियादा Share on: