तसद्दुक़ इस करम के मैं कभी तन्हा नहीं रहता By Sher << शेर 'ग़ालिब' का न... कमर-ए-यार के मज़कूर को जा... >> तसद्दुक़ इस करम के मैं कभी तन्हा नहीं रहता कि जिस दिन तुम नहीं आते तुम्हारी याद आती है Share on: