तौहीद तो ये है कि ख़ुदा हश्र में कह दे By Sher << अजब इक बे-यक़ीनी की फ़ज़ा... दिल का सारा दर्द भरा तस्व... >> तौहीद तो ये है कि ख़ुदा हश्र में कह दे ये बंदा ज़माने से ख़फ़ा मेरे लिए है Share on: