तेरा क़ुसूर-वार ख़ुदा का गुनाहगार By Sher << साक़ी ने लगी दिल की इस तर... ख़ुश हुआ ऐसा कि मैं आपे स... >> तेरा क़ुसूर-वार ख़ुदा का गुनाहगार जो कुछ कि था यही दिल-ए-ख़ाना-ख़राब था Share on: