तेरे बग़ैर लगता है गोया ये ज़िंदगी By Sher << इस तरह मेरे गुनाहों को वो... रात आँखों में हया ले के ग... >> तेरे बग़ैर लगता है गोया ये ज़िंदगी तन्क़ीद कर रही है मिरी ख़्वाहिशात पर Share on: