तेरे दुख को पा कर हम तो अपना दुख भी भूल गए By Sher << उन कही बात के सौ रूप कही ... तेरा ग़म भी न हो तो क्या ... >> तेरे दुख को पा कर हम तो अपना दुख भी भूल गए किस को ख़बर थी तेरी ख़मोशी तह-दर-तह इक तूफ़ाँ है Share on: