तेरे ख़याल के दीवार-ओ-दर बनाते हैं By Sher << ख़ूँ का सैलाब था जो सर से... है जानी तुझ में सब ख़ूबी ... >> तेरे ख़याल के दीवार-ओ-दर बनाते हैं हम अपने घर में भी तेरा ही घर बनाते हैं Share on: