तिरे विसाल की रानाइयों से डरता हूँ By Sher << ठहरे हुए पानी का मुक़द्दर... तिरा क़तरा मिरी आँखों में... >> तिरे विसाल की रानाइयों से डरता हूँ मुझे तो हिज्र के आदाब भी नहीं मालूम Share on: