तेरी गली से छुट के न जा-ए-अमाँ मिली By Sher << करता मैं दर्दमंद तबीबों स... जब सीं लाया इश्क़ ने फ़ौज... >> तेरी गली से छुट के न जा-ए-अमाँ मिली अब के तो मेरा घर भी मिरा घर न हो सका Share on: