तेरी हर बात पे चुप रहते हैं By Sher << ये हवा यूँ ही ख़ाक छानती ... नक़्श-ए-क़दम हैं राह में ... >> तेरी हर बात पे चुप रहते हैं हम सा पत्थर भी कोई क्या होगा Share on: