तेरी रूह में सन्नाटा है और मिरी आवाज़ में चुप By Sher << तू कोई ग़म है तो दिल में ... न आशिक़ हैं ज़माने में न ... >> तेरी रूह में सन्नाटा है और मिरी आवाज़ में चुप तू अपने अंदाज़ में चुप है मैं अपने अंदाज़ में चुप Share on: