थकी थकी सी फ़ज़ाएँ बुझे बुझे तारे By Sher << जितनी बुरी कही जाती है उत... हम तो कुछ देर हँस भी लेते... >> थकी थकी सी फ़ज़ाएँ बुझे बुझे तारे बड़ी उदास घड़ी है ज़रा ठहर जाओ Share on: