ठहरी ठहरी सी तबीअत में रवानी आई By Sher << सुपुर्दगी में भी इक रम्ज़... चिराग़-दाग़ मैं दिन से जल... >> ठहरी ठहरी सी तबीअत में रवानी आई आज फिर याद मोहब्बत की कहानी आई Share on: