थी नज़र के सामने कुछ तो तलाफ़ी की उमीद By Sher << दिल की उदासियों का कोई सब... क़सम ख़ुदा की ये वारफ़्तग... >> थी नज़र के सामने कुछ तो तलाफ़ी की उमीद खेत सूखा था मगर दरिया में तुग़्यानी तो थी Share on: