तिरी मेहराब में अबरू की ये ख़ाल By Sher << इतने महकूम-ए-बुताँ हैं जो... मोहब्बत थी चमन से लेकिन अ... >> तिरी मेहराब में अबरू की ये ख़ाल किधर से आ गया मस्जिद में हिन्दू Share on: