तिरी यादों से महका है मेरी तन्हाई का आलम By तन्हाई, Sher << तुम्हें हम से मोहब्बत है ... तज्दीद-ए-ज़िंदगी के इशारे... >> तिरी यादों से महका है मेरी तन्हाई का आलम क़यामत तक इन्हीं तन्हाइयाँ में डूबना चाहूँ Share on: