तू मिल उस से हो जिस से दिल तिरा ख़ुश By Sher << कभी तो सर्द लगा दोपहर का ... तुम्हारे नाम से मंसूब हो ... >> तू मिल उस से हो जिस से दिल तिरा ख़ुश बला से तेरी मैं ना-ख़ुश हूँ या ख़ुश Share on: