तू मिरी राह में क्यूँ हाइल है By Sher << वो फूल हो सितारा हो शबनम ... इस क़दर भी तो न जज़्बात प... >> तू मिरी राह में क्यूँ हाइल है एक उमडे हुए दरिया की तरह Share on: