तू नया है तो दिखा सुब्ह नई शाम नई By Sher << अब हयात-ए-इंसाँ का हश्र द... ग़रीबी किस बला का नाम है ... >> तू नया है तो दिखा सुब्ह नई शाम नई वर्ना इन आँखों ने देखे हैं नए साल कई Share on: