तुझ में गर बारिश समुंदर के बराबर है तो क्या By Sher << खड़ा हूँ आज भी रोटी के चा... हम को जन्नत की फ़ज़ा से भ... >> तुझ में गर बारिश समुंदर के बराबर है तो क्या मेरे अंदर भी है सहरा के बराबर तिश्नगी Share on: