तुझ से दूरी और क़यामत लगती है By Sher << नाम मेरा सुनते ही शर्मा ग... रोज़ इक मर्ग का आलम भी गु... >> तुझ से दूरी और क़यामत लगती है आपस में दो वक़्त जो मिलने लगते हैं Share on: