तुझ से हिजाब क्या मगर ऐ हम-नशीं न पूछ By Sher << वो शख़्स जिस को दिल ओ जाँ... सेहन-ए-चमन को अपनी बहारों... >> तुझ से हिजाब क्या मगर ऐ हम-नशीं न पूछ उस दर्द-ए-हिज्र को जो शब-ए-ग़म उठा नहीं Share on: