तुम अपने रंग नहाओ तुम अपनी मौज उड़ो By Sher << दोस्ती बद बला है इस में ख... औने-पौने ग़ज़लें बेचीं नज... >> तुम अपने रंग नहाओ तुम अपनी मौज उड़ो मगर हमारी वफ़ा भी निगाह में रखना Share on: