तुम हो गए कुछ और न कुछ और हम हुए By Sher << सवाल-ए-वस्ल पर कुछ सोच कर... वो आशिक़ हैं कि मरने पर ह... >> तुम हो गए कुछ और न कुछ और हम हुए कुछ तो सबब हुआ है कि वो रब्त कम हुए Share on: