तुम इस क़दर जो निडर हो के ज़ुल्म करते हो By Sher << हक़ रखे उस को सलामत हिन्द... हम अपने हाल पर ख़ुद रो दि... >> तुम इस क़दर जो निडर हो के ज़ुल्म करते हो बुताँ हमारा तुम्हारा कोई ख़ुदा भी है Share on: