तुम से हासिल हुआ इक गहरे समुंदर का सुकूत By Sher << उठो कि जश्न-ए-ख़िज़ाँ हम ... तारों को गर्दिशें मिलीं ज... >> तुम से हासिल हुआ इक गहरे समुंदर का सुकूत और हर मौज से लड़ना भी तुम्ही से सीखा Share on: