ऊधर गया तू ग़ुस्ल को हम्माम की तरफ़ By Sher << उम्र सय्याद की गुज़री इसी... तुम्हारे सामने क्या '... >> ऊधर गया तू ग़ुस्ल को हम्माम की तरफ़ याँ अश्क-ए-गर्म ने मिरे दरिया समो दिया Share on: