जब से 'उम्मीद' गया है कोई!! By Sher << हम भी कर लें जो रौशनी घर ... यूँ मुलाक़ात का ये दौर बन... >> जब से 'उम्मीद' गया है कोई!! लम्हे सदियों की अलामत ठहरे Share on: