उन की पलकों पर सितारे अपने होंटों पे हँसी By Sher << इक अजब आमद-ओ-शुद है कि न ... बात पर वाँ ज़बान कटती है >> उन की पलकों पर सितारे अपने होंटों पे हँसी क़िस्सा-ए-ग़म कहते कहते हम कहाँ तक आ गए Share on: