उन पे क़ुर्बान हर ख़ुशी कर दी By Sher << कुछ रोज़ से हम शहर में रु... जिन से ज़िंदा हो यक़ीन ओ ... >> उन पे क़ुर्बान हर ख़ुशी कर दी ज़िंदगी नज़्र-ए-ज़िंदगी कर दी Share on: