उन्हें अपने गुदाज़-ए-दिल से अंदाज़ा था औरों का By Sher << वक़्त बे-मेहर है इस फ़ुर्... उन कही बात के सौ रूप कही ... >> उन्हें अपने गुदाज़-ए-दिल से अंदाज़ा था औरों का जब इंसानों के दिल देखे तो इंसानों के दिल टूटे Share on: