उस के कमरे से उठा लाया हूँ यादें अपनी By Sher << सहर-ए-अज़ल को जो दी गई वह... माँगती है अब मोहब्बत अपने... >> उस के कमरे से उठा लाया हूँ यादें अपनी ख़ुद पड़ा रह गया लेकिन किसी अलमारी में Share on: