उस के लहराने में चाल आई न मुतलक़ साँप की By Sher << उस के मक़्तल में मिरा ख़ू... उस के कूचे में सदा मुझ को... >> उस के लहराने में चाल आई न मुतलक़ साँप की मौज-ए-दरिया करती है तक़लीद नाहक़ साँप की Share on: