उस की आँखों में मोहब्बत का गुमाँ तक नहीं आज By Sher << वो मिरे कासे में यादें छो... तितलियाँ फूल में क्या ढूँ... >> उस की आँखों में मोहब्बत का गुमाँ तक नहीं आज कौन सी आग थी कल जिस का धुआँ तक नहीं आज Share on: